क्यों iOS Developers को नौकरी नहीं मिल रही है? जॉब सर्च में क्या बदल गया है?

अगर आप एक iOS Developer हैं और हाल ही में जॉब ढूंढने में दिक्कतें महसूस कर रहे हैं, तो आप अकेले नहीं हैं. मार्केट में बदलाव आ रहे हैं. और ये बदलाव सीधे आपकी जॉब सर्च पर असर डाल रहे हैं.

तो, आखिर क्यों iOS डेवलपर्स को आजकल नौकरी मिलना मुश्किल हो रहा है?

आइए, समझते हैं इस बदलते लैंडस्केप को.

1. क्रॉस-प्लेटफॉर्म फ़्रेमवर्क का बढ़ता दबदबा

यह सबसे बड़ा कारण है.

Flutter और React Native का उदय हुआ है.

कंपनियाँ अब एक ही कोडबेस से iOS और Android दोनों के लिए ऐप बनाना पसंद करती हैं. इससे डेवलपमेंट का समय और लागत बहुत कम हो जाती है.

जाहिर है, नेटिव डेवलपर्स की ज़रूरत कम हो गई है.

एक ही टीम दोनों प्लेटफॉर्म के लिए डेवलप कर सकती है, तो अलग-अलग नेटिव iOS और Android डेवलपर्स की मांग घट जाती है.

क्या आपने इन फ़्रेमवर्क पर गौर किया है? शायद अब वक़्त आ गया है.

2. बड़ी कंपनियों का बदलता फोकस

प्रोडक्ट-बेस्ड कंपनियाँ अभी भी अनुभवी नेटिव iOS डेवलपर्स को हायर करती हैं.

लेकिन ये मौके सीमित हैं.

सर्विसेज-बेस्ड कंपनियाँ भी बदल रही हैं.

कई अब क्रॉस-प्लेटफॉर्म डेवलपमेंट पर जोर दे रही हैं, या वे कम अनुभवी डेवलपर्स को हायर करके उन्हें ट्रेनिंग देना पसंद करती हैं ताकि लागत कम रहे.

क्या आपकी स्किल सेट में वो विविधता है जो आज कंपनियां ढूंढ रही हैं?

3. मार्केट में अनुभवी डेवलपर्स की भरमार

हाल के सालों में iOS डेवलपर्स की संख्या काफी बढ़ी है.

इस बढ़ती उपलब्धता का मतलब है कि कंपनियों के पास चुनने के लिए ज़्यादा विकल्प हैं.

वे अब उन उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे सकती हैं जिनके पास विविध कौशल हैं या जो कम सैलरी पर काम करने को तैयार हैं.

“गोस्टिंग” का अनुभव हुआ है?

HR विभागों को अनुभवी डेवलपर्स से भारी मात्रा में रेज़्यूमे मिलते हैं. हर किसी को जवाब देना मुश्किल होता है, जिससे “गोस्टिंग” (कोई जवाब नहीं) और इंटरव्यू कॉल कम हो जाते हैं.

यह व्यक्तिगत नहीं है, यह वॉल्यूम का खेल है.

4. बदलती कंपनी की ज़रूरतें और टेक्नोलॉजी

कंपनियाँ अब सिर्फ iOS में माहिर डेवलपर्स को नहीं देख रही हैं.

उन्हें फुल-स्टैक या मल्टी-स्किल्ड डेवलपर्स चाहिए.

जिन्हें बैकएंड, DevOps, या अन्य मोबाइल प्लेटफॉर्म का अनुभव हो, उन्हें प्राथमिकता मिलती है. इससे वे कम लोगों में ज़्यादा काम करवा पाते हैं.

नई टेक्नोलॉजी की उम्मीद भी बढ़ गई है.

SwiftUI, Combine, RealityKit, और Core ML जैसी नई टेक्नोलॉजी iOS इकोसिस्टम में लगातार उभर रही हैं. जो डेवलपर्स खुद को इन नई टेक्नोलॉजी से अपडेट नहीं रखते, उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

कंपनियाँ अब सिर्फ UIKit ही नहीं, बल्कि लेटेस्ट फ़्रेमवर्क और आर्किटेक्चरल पैटर्न (जैसे MVVM, VIPER) में भी विशेषज्ञता की उम्मीद करती हैं.

क्या आप नई चीज़ें सीख रहे हैं?

5. आर्थिक मंदी का असर

वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण, कई कंपनियों ने हायरिंग धीमी कर दी है या रोक दी है.

इससे नौकरी के अवसर कम हुए हैं और प्रतिस्पर्धा बढ़ी है.

कंपनियाँ लागत-कटौती के उपाय अपना रही हैं. इसमें कम अनुभवी डेवलपर्स को हायर करना या काम आउटसोर्स करना शामिल है.

यह एक अस्थायी चुनौती हो सकती है, लेकिन इसका असर है.

आगे क्या?

यह सच है कि iOS डेवलपर्स के लिए मार्केट बदल रहा है.

पर इसका मतलब यह नहीं कि मौके खत्म हो गए हैं.

अपनी स्किल्स को अपग्रेड करें. क्रॉस-प्लेटफॉर्म फ़्रेमवर्क सीखें. मल्टी-स्किल्ड बनें.

बाज़ार की ज़रूरतों को समझें और उसी के अनुसार खुद को ढालें.

आप क्या कदम उठा रहे हैं?